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What is Transpiration in Plant? - Agrobotany

Transpiration
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Table of Contents

Transpiration 

  • Transpiration is a natural process. 
  • The loss of water in the form of vapour from the living aerial part of the plant is known as transpiration
  • Transpiration may be three types. 
  • वाष्पोत्सर्जन एक प्राकृतिक प्रक्रिया है।
  • पौधे के जीवित वायवीय भाग से वाष्प के रूप में जल की हानि वाष्पोत्सर्जन कहलाती है।
  • वाष्पोत्सर्जन तीन प्रकार का होता है

1. Stomatal transpiration

When vapour diffuses out of the stomata into the atmosphere it is called stomatal transpiration. 
80 -90 % loss occurs by stomatal transpiration. 

जब वाष्प रंध्रों से निकलकर वायुमंडल में फैलती है तो इसे रंध्रीय वाष्पोत्सर्जन कहते हैं। अर्थात इस वाष्पोत्सर्जन का कारक पत्तियों के रंध्र होते है।
वाष्पोत्सर्जन के द्वारा कुल हानि में से 80 -90% नुकसान रंध्रीय वाष्पोत्सर्जन द्वारा होता है।

2. Cuticular Transpiration

When Water vapour is lost through the cuticle of plant steam it is known as cuticular transpiration.
9 - 10% loss occurs by cuticular transpiration

जब जलवाष्प पौधे की उपत्वचा के माध्यम से वाष्पित होता है तो इसे क्यूटिकल वाष्पोत्सर्जन कहते हैं।
वाष्पोत्सर्जन के द्वारा कुल हानि में से 09 -10% नुकसान रंध्रीय वाष्पोत्सर्जन द्वारा होता है।

3. Lenticular transpiration

Sometimes water vapour is lost or Transpiration by lenticular cells of Woody steam which is called lenticular transpiration.
1-2 % Loss by lenticular transpiration.

कभी-कभी लकड़ी के तने की लेंटिकुलर कोशिकाओं द्वारा जल की हानि या वाष्पोत्सर्जन होता है जिसे लेंटिकुलर वाष्पोत्सर्जन कहा जाता है। 

इसके द्वारा जल की 1-2% हानि।

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Significance of Transpiration

  • Transpiration keeps the plant from being overheated.
  • For some plant Transpiration help as a growth factor. 
  • Transpiration encourages to plant for absorption of water and as well as absorption of minerals. It's the main significance of transpiration. 
  • An increase in the contents of moisture in the atmosphere.  
  • वाष्पोत्सर्जन पौधे को ज़्यादा गरम होने से रोकता है। 
  • कुछ पौधों के लिए वाष्पोत्सर्जन वृद्धि कारक के रूप में मदद करता है।
  • वाष्पोत्सर्जन पानी के अवशोषण और साथ ही खनिजों के अवशोषण के लिए पौधे को प्रोत्साहित करता है।  यह वाष्पोत्सर्जन का मुख्य महत्व है।
  • वाष्पोत्सर्जन के कारण वातावरण में नमी की मात्रा में वृद्धि होती हैं।

Factors Affecting the Transpiration. 

A. Plant Factors:

The Plant factors including below 
पौधे के निम्नलिखित कारक वाष्पोत्सर्जन को प्रभावित करते हैं। 

i. Stomata:

The greater number of stomata = the grater is the rate of transpiration. Stomata is one of the main means of transpiration. Transpiration easily occurs through stomata. 

रंध्रों की अधिक संख्या होने पर वाष्पोत्सर्जन की दर बाड़ जाती है।
रंध्र वाष्पोत्सर्जन के मुख्य कारकों में से एक है। रंध्रों द्वारा वाष्पोत्सर्जन आसानी से हो जाता है।

ii. Leaf Structure:

The thickness of the leaf prevents the rate of transpiration of comparatively thin leaves.

पत्ती की मोटाई वाष्पोत्सर्जन की दर को रोकती है। परंतु पतली पत्ती वाष्पोत्सर्जन को रोकने में सक्षम नहीं होती हैं। 

iii. Root system:

Extensive root system = heavy absorption of water. = Increase the rate of transpiration.

पौधे की जड़ प्रणाली घनी होने के कारण पानी का अवशोषण अधिक होता है जो की वाष्पोत्सर्जन की दर को प्रोत्साहित करता है। 

iv Leaf orientation:

If the leaves are oriented perpendicular to incident light the heating effect will naturally be maximum. If leaves are oriented north and south, that plant is called 'Campus Plants'.

यदि पत्तियाँ आपतित प्रकाश (सूर्य से आने वाले प्रकाश) के लम्बवत् उन्मुख होती हैं तो ताप प्रभाव स्वाभाविक रूप से अधिकतम होगा। यदि किसी पौधे की पत्ती उत्तर और दक्षिण की ओर उन्मुख हों, तो उस पौधे को 'कैम्पस प्लांट्स' कहते हैं।

V. Fungal Infection:

There is overwhelming evidence to show that tissues affected by fungal disease transpire more heavily. 

कई प्रमाण के आधार पर ये कहा जा सकता हैं कि कवक रोग से प्रभावित ऊतक अधिक तीव्रता से वाष्पोत्सर्जन करते हैं। जो की वाष्पोत्सर्जन की दर को प्रोत्साहित करता है। 

B. Environmental Factors:

i. Humidity:

There is reversible relation between humidity and transpiration.
High humidity > Less Transpiration 
Less humidity < high Transpiration  

आर्द्रता और वाष्पोत्सर्जन के बीच उत्क्रमणीय संबंध होता है।

 उच्च आर्द्रता होने पर कम वाष्पोत्सर्जन होता है 
 जबकि कम आर्द्रता होने पर उच्च वाष्पोत्सर्जन होता है 

ii. Temperature:

It has indirect effects on Transpiration through the influence of other environmental factors such as moisture, humidity, and heat. 
High temperatures reduce the moisture content of air which encourages transpiration. 

यह नमी, आर्द्रता, गर्मी जैसे अन्य पर्यावरणीय कारकों के प्रभाव के माध्यम से वाष्पोत्सर्जन पर अप्रत्यक्ष प्रभाव डालता है। तापमान अधिक होने पर आर्द्रता काम हो जाती हे जिस कारण वाष्पोत्सर्जन अधिक होता है।

iii. Wind:

Wind velocity effect Transpiration If the wind velocity is high then the rate of transpiration is also high.
Because the strong winds carry the moisture present around the plant along with it, and the humidity of the atmosphere gets wasted.  Which is one of the reasons for transpiration.

हवा का वेग वाष्पोत्सर्जन को प्रभावित करता है यदि हवा का वेग अधिक होने पर वाष्पोत्सर्जन की दर बाड़ जाती हैं क्योंकि तेज हवाएं पौधे के चारो तरफ उपस्थित नामी को अपने साथ ले जाती हैं, और वायुमंडल की आद्रता काम हो जाती हे। जोकि वाष्पोत्सर्जन के होने का एक कारण है। 

iv. Light:

It's an important factor because stomata open during the day and also help increase temperature 🤒 . 

यह एक महत्वपूर्ण कारक है क्योंकि रंध्र दिन के दौरान खुलते हैं और प्रकाश तापमान बढ़ाने में भी मदद करते हैं

v. Atmosphere pressure:

Low air pressure increases the rate of transpiration through a reduction in the density of air. 

निम्न(कम) वायु दाब के कारण वायु के घनत्व में कमी आ जाती हैं जिससे वाष्पोत्सर्जन की दर को बढ़ावा मिलता है।

Guttation 

  • When the water of a plant Exudate through hydathode ( A structure present at the tips of veins of leaves) is called Guttation. 
  • The root pressure is the cause of guttation.

  • जब पौधे का पानी हाइडेथोड (पत्तियों की शिराओं के सिरों पर मौजूद एक संरचना) के माध्यम से निकलता है, तो  जल के इस स्राव इसे गुटेशन कहा जाता है।
  • जड़ का दबाव गुटेशन का कारण है।

Necessary conditions for guttation
(1) Rate of water absorption increased and Reduction in Transpiration.
(2) warm soil & humid or cool temperature.
(3) Warm days and cool nights ( like winter season conditions ).

गुटेशन के लिए आवश्यक शर्तें -
 (1) जल अवशोषण की दर में वृद्धि और वाष्पोत्सर्जन में कमी।
 (2) गर्म मिट्टी और नम या ठंडा तापमान।
 (3) गर्म दिन और ठंडी रात (जैसे सर्दियों के मौसम की स्थिति)। 

  • Guttation normally occurs at night. 
  • Guttation encourages the accumulation of salt at leaf tips during winter. 

  • गुटेशन आमतौर पर रात में होता है।
  • गुटेशन सर्दियों के दौरान पत्तियों की युक्तियों पर नमक के संचय को प्रोत्साहित करता है।

Difference between Transpiration & Guttation. 




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Topic Name Plant Biotechnology I Plant Physiology 3.05MB 16:9 .pdf
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I'm an ordinary student of agriculture.

2 comments

  1. Who describes the Guttation process?
    1. This term was coined by Burgerstein in 1887.
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